Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps February 15, 2018 आज फिर तुझे पाने की चाह है, आंखों में अपनी बसा लेने की चाह है, तू माने या ना माने ये दिल जानता है, फिर तुझमें समा जाने की चाह है... ..... नेहा अग्रवाल Read more
Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps February 15, 2018 या रब डाल दे सारी खुशियां उसकी झोली में मेरे हिस्से की भी, कि फिर कभी दर्द से वो गुज़र ना पाए... ..... नेहा अग्रवाल Read more
Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps February 07, 2018 कैसे मैं कह दूं कि मुझे प्यार का एहसास नहीं है, ये ओर बात है मेरे हाथों की लकीरों में तेरा साथ नहीं है.... ....... नेहा अग्रवाल Read more